भारत में सरकारी सेवाओं और योजनाओं के बारे में सोचते ही, हमारी आंखों के सामने एक रोलर कोस्टर राइड का दृश्य उभरता है – हर मोड़ पर कुछ नया ट्विस्ट। पेश है, कुछ ऐसे ही दृश्य और ऐसी यात्राएं जिसमें अगर हिम्मत नहीं छोड़ी तो कभी ना कभी मंजिल तक पहुंच ही जाएंगे…और ना पहुचें तो ‘बेटर लक नेक्स्ट टाइम’।
1. सड़क निर्माण
मुहल्ले में नई सड़क बनी तो लोग बोले ‘जय हो विकास बाबू की’। लेकिन यह क्या? एक ही हफ्ते बाद सड़क फिर से टूटी, ड्रेनेज बनाने के नाम पर। फिर बनी और फिर टूटी, अब केबल लाइन बिछाने के नाम पर। और अब? अब सड़क वहीं पड़ी है… अधूरी, उबड़-खाबड़, जैसे किसी एक्स की याद! जो न पूरी होती है, न भूली जाती है।
आम जनता:

2. नई सरकारी योजना
सरकार ने फिर एक नई योजना लॉन्च की – ‘हर आदमी के खाते में चांद’! लेकिन जब मुसद्दीलाल बैंक पहुंचा तो पता चला उसका खाता नहीं है। खाता खुलवाने गया तो नंबर से आधार लिंक ही नहीं था। आधार लिंक करवाने गया तो सर्वर डाउन। सर्वर ठीक हुआ तो योजना का टाइम निकल गया।
सरकार कहती है:

3. सरकारी ऑनलाइन पोर्टल
पेश है, सरकार का नया मास्टरस्ट्रोक ‘kismat_se_padhai.gov.in’ जहां आप घर बैठे अप्लाई कर सकते हैं! सूरज ने खुद को इंसान साबित करने के लिए कैप्चा में 2+2 = 4 जवाब दिया। इस पर पोर्टल बोला कि यह जवाब गलत है, फिर से कोशिश करें।
घंटो की कोशिश करने के बाद पोर्टल:

4. सरकारी स्कूल
नेताजी कहते हैं कि सरकारी स्कूल को वर्ल्डक्लास बनाएंगे। जितना स्मार्ट, बच्चा नहीं है उससे ज्यादा, स्मार्ट क्लास बनाएंगे।
आम जनता:

5. सरकारी अस्पताल
बड़े भैया से सुना था कि सरकारी अस्पताल में इलाज सस्ता है, पहुंचे तो मिली लंबी कतार। आधे दिन बाद डॉक्टर बोले, “रुकिए, बिजली चली गई है। लेकिन ऊपर से आदेश आया है कि जल्द इलाज के लिए नया एप्प लॉन्च होगा!”
बड़े भैया:

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