इंडिया डेवलपमेंट रिव्यू की शुरुआत साल 2017 में सामाजिक सेक्टर के लिए एक स्वतंत्र मीडिया प्लेटफ़ॉर्म के रूप में की गई थी। तब से हम ज़मीनी स्तर के कार्यकर्ताओं, इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स, फंडर्स, शोधकर्ताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं समेत भारत भर से आने वाले विभिन्न सहयोगी लेखकों के ज्ञान और अनुभवों को साझा करते आ रहे हैं। इसमें विभिन्न लिंग, वर्ग, जाति, विकलांगता, सेक्शुएलिटी का प्रतिनिधित्व करने वाले लोग शामिल हैं।
आमतौर पर हम अपने सहयोगी लेखकों को किसी भी तरह की राशि का भुगतान नहीं करते हैं। लेकिन यह उस वर्ग और समाज के लिए एक बाधा बन जाता है जिनका आर्थिक रूप से हाशिये पर होना तमाम व्यवस्थागत उपेक्षाओं का परिणाम होता है। इसलिए आईडीआर वर्ग, जाति, लिंग, सेक्शुएलिटी, विकलांगता, भौगोलिक स्थितियों और धर्म की बाधाओं के चलते हाशिए पर रहने वाले समुदायों से आने वाले सहयोगी लेखकों को भुगतान करता है।
भुगतान का प्रारूप –
- सहयोगी लेखकों को लंबे लेखों (1,000-2,000 शब्द) के लिए 5,000 रुपये का भुगतान किया जाएगा, जिसमें विश्लेषण और वैचारिक आलेख (ऑप-एड) शामिल हैं।
- छोटे लेखों (500 शब्दों तक), जैसे कि हमारे ज़मीनी कहानियां वाले खंड के अन्तर्गत आने वाले लेखों के लिए 2,000 रुपये का भुगतान किया जाएगा। ऑडियो, वीडियो और लिखित साक्षात्कारों/ इंटरव्यू ( जिनमें पॉडकास्ट, इंस्टाग्राम लाइव, और मेरा एक दिन के लेख शामिल हैं) के लिए सहयोगी लेखकों को 3,000 रुपये का भुगतान किया जाएगा।
ध्यान रखने वाली कुछ बातें –
- प्रकाशन के लिए भेजे गये सभी लेखों की जांच-परख आईडीआर की सम्पादकीय समीक्षा प्रणाली से की जाएगी। आईडीआर संपादकों के पास मंच के मानकों के आधार पर आपके भेजे गये लेखों को स्वीकार या अस्वीकार करने का पूरा अधिकार होगा।
- भुगतान का विकल्प चुनने वाले सहयोगी लेखकों को अपने भारतीय बैंक खाते के साथ अपने पैन कार्ड का विवरण आईडीआर के साथ साझा करना होगा। आईडीआर इन विवरणों को गोपनीय रखेगा। आपको आपका भुगतान लेख प्रकाशित होने के एक महीने के भीतर किया जाएगा।
- भुगतान का विकल्प चुनने वाले सहयोगी लेखकों को अपने ईमेल-पिच की सब्जेक्ट-लाइन में ‘पिच फॉर ए पेड सब्मिशन: (कृपया अपनी पिच का विषय/थीम/नाम का उल्लेख करें)’ लिखकर इंगित करना होगा।
- ऊपर बताई गई श्रेणियों से संबंधित होने के बाद भी भुगतान ना चाहने वाले सहयोगी लेखक स्वयं को इस श्रेणी से बाहर रखने का अनुरोध कर सकते हैं।
- योगदान के लिए किए गये भुगतान का आधार पूरी तरह से विश्वास आधारित होगा। आईडीआर इसके लिए आपसे किसी भी तरह के प्रमाण की मांग नहीं करता है।
- सभी सहयोगी लेखकों को एक फॉर्म भरने के लिए कहा जाएगा जिसमें उनकी पहचान और पृष्ठभूमि से जुड़ी जानकारियां मांगी जाएगी। हम ये सभी जानकारियां अपने रिकॉर्ड के लिए रखते हैं ताकि हम यह सुनिश्चित कर सकें कि आईडीआर में विभिन्न तबकों की आवाजों और नज़रियों की विविधता बरकरार है या नहीं। इसका उद्देश्य कई कहानियों और जीवंत अनुभवों को पेश करने के लिए खुद को जवाबदेह बनाना है। ये सभी जानकारियां केवल आईडीआर की टीम के सदस्यों के पास ही होगी। इन सभी जानकारियों को गोपनीय रखा जाएगा और हम किसी भी बाहरी हितधारक के साथ इसे साझा नहीं करेंगे।