"स्कॉलरशिप रेस" शुरू हो रही है, लेकिन सभी बच्चे असमान स्थिति से दौड़ की शुरुआत कर रहे हैं_स्कॉलरशिप
स्कॉलरशिप तक पहुंचने के लिए छात्रों को अनेक बाधाओं का सामना करना पड़ता है जो तमाम योग्यताओं के बावजूद उन्हें ‘वंचित’ बना देती हैं।
रजिका सेठ, पूजा राठी | 3 मिनट लंबा लेख
समूह में बैठे महिला एवं पुरुष किसी गतिविधि पर चर्चा करते हुए_शिक्षक

शिक्षक से, शिक्षक के लिए: पीयर लर्निंग से सशक्त होती कक्षाएं
पीयर लर्निंग, एलुमनी नेटवर्क और संस्थागत समर्थन शिक्षकों के प्रशिक्षण को महज एक औपचारिकता से आगे ले जाकर परिवर्तनकारी अनुभव में बदल रहा है।
श्वेता लाल | 8 मिनट लंबा लेख
विकास पर इलस्ट्रेशन-विकास

विकास हो रहा है, अब बताओ – दिखेगा कब?
विकास से जुड़ी आधी-अधूरी और दिखावटी कोशिशों पर कुछ उलटबांसी।
पूजा राठी, राकेश स्वामी | 3 मिनट लंबा लेख

ज़मीनी कहानियां


मेरा एक दिन


ऑफिस में काम करती महिलाएं_महिला उद्यमी
साझेदारी से सफलता बुनती महिला उद्यमियों की कहानी
आशा और सना का उमंग से जुड़ने का सफर अलग-अलग था, लेकिन दोनों में एक बात समान थी - काम के प्रति उनका जुनून और मेहनत का जज्बा।
लोगों से बात करती कार्यकर्ता_मानसिक स्वास्थ्य
सुनना, समझना, सहारा देना: मानसिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता होने के मायने
उत्तराखंड के देहरादून में स्थित एक सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता की दिनचर्या, जो लोगों के साथ भरोसेमंद रिश्ता बनाकर मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाती हैं।
स्कूटी पर सवार महिला-अधिकार
विकलांगता और लैंगिक भेदभाव से लड़कर मैं अपने लोगों की मदद कर रही हूं
बाड़मेर, राजस्थान की एक कार्यकर्ता के जीवन के एक दिन का हाल जिसमें वे मानव अधिकारों से जुड़े अपने निजी और सार्वजनिक संघर्षों पर बात कर रही हैं।