प्रत्यक्षा झा दसरा की रिसर्च और इनसाइट टीम में एक एसोसिएट हैं, जहां वे जेंडर, शिक्षा, जलवायु न्याय, मीडिया अधिकार और भारतीय समाजसेवा (इंडियन फिलॉन्थ्रपी) जैसे विषयों पर काम करती हैं। प्रत्यक्षा का मानना है कि विकास में रिसर्च और साक्ष्य को विविध मानवीय अनुभवों के लिए अधिक प्रतिक्रियात्मक होने की जरूरत है। उनकी पढ़ाई राजनीति और जेंडर के विषय पर रही है।