उस दिन, एक फ़ोन आया…
फिर, शुरू हुआ… सफ़ाई अभियान!

और, बच्चों को पहली बार सब साफ-सुथरा दिखाई दिया।

तभी, किसी ने आकर बताया कि…

इस पर, बच्चों ने कहा –

उदय शंकर, सेंटर फ़ॉर पॉलिसी रिसर्च संस्था से जुड़े हैं और हल्का-फुल्का का यह अंक उनके एक अनुभव पर आधारित है। अगर आपके पास भी विकास सेक्टर से जुड़ा ऐसा कोई दिलचस्प और मज़ेदार क़िस्सा है तो हमें [email protected] पर लिख भेजें।
गोपनीयता बनाए रखने के लिए आपके ईमेल का पता सार्वजनिक नहीं किया जाएगा। आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *