नूरजहां कलंदर, एक कुशल आरा-तारी कढ़ाई कारीगर हैं। वे बचपन से ही सिलाई और बुनाई जैसी कलाओं को सीखकर अपने परिवार का सहयोग करती आई हैं। वर्तमान में वे अपने ससुराल में आरा-तारी का काम करती हैं और समाज की अन्य युवा लड़कियों को यह कला सिखा रही हैं ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।