चार्ट और ग्राफ़ के एक स्प्रेडशीट का चित्रण-तकनीक नेतृत्व

तकनीक संबंधी ज़रूरतों और चुनौतियों के मामले में समाजसेवी संस्थाओं की मदद करने वाली संस्था सीएक्सओ के कुछ सुझाव जो एनजीओ लीडर्स के काम आ सकते हैं।
एक आदमी छाया में लैपटॉप का इस्तेमाल कर रहा है और दूसरा आदमी सिलेंडर के साथ लाइन में खड़ा है_तकनीक एनजीओ

नई तकनीक या पहले से उपलब्ध तकनीक: समाजसेवी संस्थाओं के लिए क्या सही है?
तकनीक का इस्तेमाल करने वाली समाजसेवी संस्थाओं के सामने कभी न कभी यह सवाल आता ही है कि उन्हें अपने कार्यक्रम के लिए अपनी एक ऐप विकसित करनी चाहिए या नहीं।
मेट्रो में खड़ी एक महिला। पीछे एक पोस्टर पर लिखा है ‘महिलाओं द्वारा किए गए 51 प्रतिशत काम का भुगतान नहीं किया जाता है’-महिला श्रम बल

भारत के श्रम बल में महिलाओं के भागीदारी से जुड़े प्रयास क्या बताते हैं?
दुनिया के अन्य देशों की तुलना में, भारत में महिला श्रम बल की भागीदारी की दर कम क्यों है और इसे बदलने के लिए क्या किए जाने की जरूरत है।
लैपटॉप पर काम कर रही एक महिला के हाथ_फंडरेजिंग ऑनलाइन

फंडरेजिंग के लिए ऑनलाइन माध्यमों का सही इस्तेमाल कैसे करें?
संगठन की वेबसाइट से फंडरेजिंग करने और क्राउडफंडिग में से एक चुनने की शर्त जरूरी नहीं है क्योंकि दोनों तरीक़ों का एक साथ इस्तेमाल करने के विकल्प भी मौजूद हैं।
धवल उडानी | 6 मिनट लंबा लेख
नदी के किनारे चलती महिला किसान-ज़मीन अधिकार

भारत के भूमि क़ानून महिलाओं को भूमि अधिकार दिला पाने में सक्षम क्यों नहीं हैं?
भारत के भूमि क़ानून सैद्धांतिक रूप से तो महिलाओं को भूमि अधिकार देते हैं लेकिन इन्हें जिस तरह से लागू किया जाता है, वह एक बड़ी बाधा है।
सेंटर फ़ॉर सोशल जस्टिस | 13 मिनट लंबा लेख
शिखा मंडी-मीडिया आदिवासी

मुख्यधारा के मीडिया से भारत के आदिवासी समुदाय गायब हैं
शिखा मंडी संथाली भाषा में काम करने वाली भारत की पहली रेडियो जॉकी हैं और यहां वे जनजातीय समुदायों के मीडिया प्रतिनिधित्व और उसके असर पर बात कर रही हैं।
शिखा मंडी | 5 मिनट लंबा लेख

ज़मीनी कहानियाँ

स्वास्थ्य

सरहद के आर-पार, जड़ी-बूटियों का कारोबार
Location Icon बिलासपुर जिला, छत्तीसगढ़

मेरा एक दिन


अपने आसपास के लोगों के साथ पार्क में कैमरे से शूटिंग करती एक महिला_आदिवासी पत्रकार
एक आदिवासी पत्रकार जो अनकही कहानियां कहने के लिए न्यूज़रूम छोड़ यूट्यूब पर आ गई
गुजरात की महिला पत्रकार यूट्यूब रिपोर्टिंग का इस्तेमाल, अनुसूचित जनजाति समुदायों को जागरुक करने और उनसे जुड़ी खबरें दुनिया तक पहुंचाने के लिए कर रही हैं।
एक महिला और चार पुरुष टंकी में पानी डालते हुए-जैविक खेती
एक अकेली मां जो अपने गांव में कामकाजी महिलाओं के लिए नई राह बना रही है
यवतमाल के एक जमीनी कार्यकर्ता के जीवन का एक दिन जो महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने और अपने समुदाय को जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए तैयार करने की कोशिशों में लगी है।
भाग्यश्री बाइक पर आदिवासी लोगों से बात कर रही है_आदिवासी

गढ़चिरौली की एक युवा-आदिवासी सरपंच जो न नक्सलियों से डरती है, न पुलिस से
एक युवा-आदिवासी महिला सरपंच के जीवन का एक दिन जो अपने समुदाय को कागजी कार्रवाई करने से लेकर आपात परिस्थितियों में मदद पहुंचाने तक का काम करती है।