रचिता वोरा

रचिता वोरा-Image

रचिता वोरा आईडीआर की सह-संस्थापक और निदेशक हैं। इससे पहले, उन्होंने 250 करोड़ रुपये के बहु-हितधारक मंच, दसरा गर्ल एलायंस का नेतृत्व किया, जिसने भारत में मातृ, किशोर और बाल स्वास्थ्य परिणामों में सुधार करने की मांग की। उनके पास वित्तीय समावेशन, सार्वजनिक स्वास्थ्य और सीएसआर के क्षेत्रों में टीमों का नेतृत्व करने और रणनीति, व्यवसाय विकास और संचार में कार्य करने का एक दशक से अधिक का अनुभव है। रचिता ने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के जज बिजनेस स्कूल से एमबीए और येल यूनिवर्सिटी से इतिहास में बीए किया है।




रचिता वोरा के लेख


एक हाथ से दूसरे हाथ में बैटन_एनजीओ लीडर

March 22, 2023
समाजसेवी संस्थाओं में नेतृत्व परिवर्तन के दौरान क्या ग़लतियां हो सकती हैं?
आईडीआर से बातचीत में सफीना हुसैन और महर्षि वैष्णव ‘एजुकेट गर्ल्स’ में नेतृत्व परिवर्तन (लीडरशिप ट्रांज़िशन) से जुड़े अपने अनुभव साझा कर रहे हैं और कुछ कारगर सुझाव भी दे रहे हैं।
नारेबाज़ी करती महिलाएं -महिला सशक्तिकरण

September 14, 2022
सामाजिक बदलाव के लिए ज़मीनी अनुभवों से सीखना
सुजाता खांडेकर कोरो की संस्थापक निदेशक हैं। आईडीआर से उनकी इस बातचीत में जानिए कि सामाजिक परिवर्तन की कोशिशों में जमीनी स्तर के ज्ञान और अनुभव को कैसे शामिल किया जा सकता है।
सामाजिक कार्यकर्ता और कच्छ महिला विकास संगठन की संस्थापक सुषमा अयंगर का चित्रण-महिला सशक्तिकरण

July 27, 2022
आईडीआर इंटरव्यूज । सुषमा अयंगर
कच्छ में अपने अभूतपूर्व काम के लिए जानी जाने वाली सुषमा अयंगर आईडीआर से बातचीत में बता रही हैं कि उनका सारा ध्यान महिला अधिकार और ग्रामीण विकास पर क्यों हैं। साथ ही उन्हें क्यों लगता है कि आज महिला सशक्तिकरण का दायरा आर्थिक परिवर्तन तक सीमित है।