अंजलि मिश्रा

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अंजलि मिश्रा, आईडीआर में हिंदी संपादक हैं। इससे पहले वे आठ सालों तक सत्याग्रह के साथ असिस्टेंट एडिटर की भूमिका में काम कर चुकी हैं। उन्होंने टेलीविजन उद्योग में नॉन-फिक्शन लेखक के तौर पर अपना करियर शुरू किया था। बतौर पत्रकार अंजलि का काम समाज, संस्कृति, स्वास्थ्य और लैंगिक मुद्दों पर केंद्रित रहा है। उन्होंने गणित में स्नातकोत्तर किया है।




अंजलि मिश्रा के लेख


दो महिलायें_आंगनवाड़ी कार्यकर्ता

September 27, 2024
पोषण माह में एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के अनुभव
पोषण माह के दौरान गुल्लक सीरीज़ के बहाने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की काल्पनिक प्रतिक्रियाएं।
ग्राम सभा में जमीनी कार्यकर्ता_हिंदी

September 13, 2024
एक बार फील्ड में: जब शुद्ध हिंदी बोलने के चक्कर में गड़बड़ हो गई
जमीनी कार्यकर्ताओं को समुदाय के साथ हिंदी में ही बात करने की समझाइश दी जाती है, इसी कोशिश के चलते हुई गड़बड़ी का एक दिलचस्प किस्सा।
आजादी के लिए नारे लगाते लोग_युवाओं का संघर्ष

August 16, 2024
कल के लिए लड़ाई: आज़ादी से अब तक
भले दौर अलग हों, मुद्दे अलग हों लेकिन युवा हर बार देश में विरोध की आवाज़ बनते रहे हैं।
सामाजिक आंदोलन_आंदोलन

August 2, 2024
बड़े आंदोलनों की बड़ी बातें
आज सामाजिक आंदोलन चलाने के लिए सबसे जरूर उपकरण सोशल मीडिया है लेकिन उससे भी ज़रूरी क्या है?
युवाओं से अपेक्षाएं_युवा

July 26, 2024
युवाओं पर उम्मीदों का इतना-कितना बोझ?
परिवार, समाज और बाजार से लेकर सरकारों तक को युवाओं से उम्मीद है लेकिन युवा किससे उम्मीद करें?
आदिवासी आजीविका रिपोर्ट_देहात में महिलायें

June 5, 2024
आदिवासी महिलाओं के साथ काम करने वाली संस्थाएं, इन पांच आंकड़ों पर ध्यान दें 
प्रदान द्वारा जारी आदिवासी आजीविका रिपोर्ट के महिलाओं से जुड़े कुछ आंकड़े जो शिक्षा, स्वास्थ्य, निर्णय क्षमता जैसे विषयों पर उनकी स्थिति का पता देते हैं।
हीरामंडी सीरीज का सीन_हीरामंडी

May 24, 2024
हीरामंडी के बहाने जानिए समाजसेवी संस्थाओं की भावनाएं
विकास सेक्टर में आपको हीरामंडी जितना ही ड्रामा और इमोशन मिलेगा।
स्माईलीज_छुट्टियां

April 26, 2024
‘एक मैनेजर अपनी टीम को क्या-क्या नहीं दे सकता पर उसे चाहिए, बस छुट्टी!’
यह मैनेजर की डायरी पूरी तरह से काल्पनिक है और विकास सेक्टर में काम करने वाले उन तमाम मैनेजर्स को समर्पित है जो चाहे-अनचाहे अपनी टीम के सदस्यों की छुट्टियां मंज़ूर कर ही देते हैं।
हाथ में आईना लिए हुए एक बंदर_हल्का-फुल्का

April 19, 2024
विकास सेक्टर के ईमानदार विचार 
कुछ ऐसी बातें जो समाजसेवी संस्थाएं काम करते हुए सोचती तो हैं लेकिन किसी से कहती नहीं हैं।
कक्षा में बैठी बालिकाएं_असर सर्वे

February 22, 2024
14-18 साल के बच्चों से जुड़े कार्यक्रमों में मददगार असर रिपोर्ट के पांच बिंदु
अगर आप शिक्षा या युवा सेक्टर में काम करते हैं तो यहां असर 2023 बियॉन्ड बेसिक्स रिपोर्ट के पांच आंकड़े दिए गए हैं जो बेहतर रणनीति बनाने में मददगार साबित हो सकते हैं।