जमीनी कार्यकर्ता

December 19, 2025
विकास सेक्टर के सालाना अवॉर्ड्स: इस बार कौन सी ट्रॉफी, किसके नाम?
ये अवॉर्ड उन कार्यकर्ताओं के नाम हैं जो समाज को बेहतर बनाते-बनाते लंच ब्रेक को अगले मिशन तक टाल देते हैं।
December 18, 2025
संवेदनशील विषयों पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं को किस तरह के सहयोग की दरकार है?
संवेदनशील विषयों पर काम करने वाली संस्थाओं से जुड़े जमीनी कार्यकर्ताओं को व्यक्तिगत, पेशेवर और मानसिक स्तरों पर सहयोग और प्रशिक्षण की जरूरत होती है, इनकी पहचान और समाधान से जुड़े कुछ सुझाव।
ज्योति खांडपासोले | 7 मिनट लंबा लेख
December 5, 2025
जिला ‘इम्पैक्टपुर’ में इम्पैक्ट की आंधी, तूफान और बवंडर!
जिला इम्पैक्टपुर में शिक्षा के क्षेत्र में सक्रिय संस्थाओं ने ऐसा कमाल किया कि स्कूलों की संख्या कम पड़ गई। कैसे? यहां जानिए!
सलमान फहीम, रजिका सेठ | 2 मिनट लंबा लेख
November 28, 2025
वर्क-फ्रॉम-होम के लिए कोई वजह चाहिए क्या?
पेश हैं घर से काम करने की सात अजीबोगरीब वजहें, जो शत-प्रतिशत सच हैं।
जैस्मीन बल | 2 मिनट लंबा लेख
November 21, 2025
सोशल सेक्टर में कैपेसिटी बिल्डिंग: किसके लिए क्या मायने?
विकास सेक्टर में सबके लिए कैपेसिटी के मायने अलग हैं - किसी के लिए यह सीख है, किसी के लिए चुनौती तो किसी के लिए महज एक और पीपीटी।
November 18, 2025
छोटी संस्थाओं की बड़ी जरूरत: क्यों अहम हैं सरल डिजिटल टूल?
जब संस्थाएं अपनी जरूरतें समझने का प्रयास करती हैं, तो उनके लिए डिजिटल टूल अपनाने की प्रक्रिया अपने आप सहज हो जाती है।
November 10, 2025
क्यों विकास सेक्टर को गेम्स की अन्य भूमिकाओं पर विचार करना चाहिए
विकास सेक्टर खेल के अलग-अलग स्वरूपों को सोच-विचार और सीखने के नए माध्यमों के तौर पर इस्तेमाल कर सकता है।
अबीर कपूर | 7 मिनट लंबा लेख
October 28, 2025
जलवायु परिवर्तन फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के जीवन को कैसे प्रभावित करता है?
विकास सेक्टर के जमीनी कार्यकर्ता जलवायु परिवर्तन के असर से अछूते नहीं हैं, यह जीवन के साथ-साथ उनके काम की निरंतरता और प्रभावशीलता को भी बुरी तरह प्रभावित करता है।
September 26, 2025
हर दर्द का डिजिटल इलाज
अधिकार हो या रोजगार, डिजिटल में है सबका उपचार।
तनुप्रिया सिंह | 2 मिनट लंबा लेख
September 12, 2025
सपनापुर से हिंदी दिवस का हालचाल
आम जनता के लिए हिंदी के मायने जितने समान हैं, उतने ही अलग भी हैं।
कुमार उन्नयन, पूजा राठी | 2 मिनट लंबा लेख
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