November 14, 2025

वर्कशॉप – “आप आईये तो सही!”

संस्थाओं की वर्कशॉप में “हम आएंगे” जितना आम है, उतना ही “नहीं आ पाएंगे” भी।
3 मिनट लंबा लेख

1. आप (उत्साह से):

एक दृश्य जिसमें तीन लोग कुर्सी पर बैठे हुए हैं और एक व्यक्ति उन्हें वर्कशॉप का निमंत्रण दे रहा है_वर्कशॉप

2. पहला हफ्ता:

एक दृश्य जिसमें कुछ लोग एक व्यक्ति से वर्कशॉप के इंतज़ाम के बारे में पूछ रहे हैं_वर्कशॉप

3. दूसरा हफ्ता:

एक दृश्य जिसमें एक संस्था का व्यक्ति वर्कशॉप निमंत्रण के बारे में सकारात्मक जवाब मिलने से खुश है_वर्कशॉप

4. तीसरा हफ्ता (वर्कशॉप से चंद दिन पहले):

एक दृश्य जिसमें वर्कशॉप ऑर्गनाइजर अपनी लॉजिस्टिक्स टीम से बात कर रहा है_वर्कशॉप

5. वर्कशॉप से एक दिन पहले:

एक दृश्य जिसमें वर्कशॉप ऑर्गनाइजर सभी प्रतिभागियों के आख़िरी मिनट में न आने के फ़ैसले से परेशान है_वर्कशॉप
लेखक के बारे में
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राकेश स्वामी

राकेश स्वामी आईडीआर में सह-संपादकीय भूमिका मे हैं। वह राजस्थान से जुड़े लेखन सामग्री पर जोर देते हैं। राकेश के पास राजस्थान सरकार के नेतृत्व मे समुदाय के साथ कार्य करने का एवं अकाउंटेबलिटी इनिशिएटिव, सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च मे लेखन एवं क्षमता निर्माण का भी अनुभव है। राकेश ने आरटीयू यूनिवर्सिटी, कोटा से सिविल अभियांत्रिकी में स्नातक किया है।

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इंद्रेश शर्मा

इंद्रेश शर्मा आईडीआर हिंदी में पार्टनरशिप और आउटरीच हेड हैं। वे संगठन की पहुंच बढ़ाने और असरदार साझेदारी बनाने के लिए विकास सेक्टर से जुड़े विभिन्न हितधारकों के साथ मिलकर काम करते हैं। इन्द्रेश संस्थागत सहयोग को मजबूत करने के साथ-साथ जमीनी संगठनों के लिए कैपेसिटी बिल्डिंग से जुड़े लेखन में भी सक्रिय रूप से योगदान देते हैं। उनके पास विकास सेक्टर में 13 वर्षों से अधिक का पेशेवर अनुभव है। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, स्वच्छता, ग्रामीण विकास और पंचायती राज जैसे क्षेत्रों में काम किया है। इससे पहले वे सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च संस्था से जुड़े थे, जहां वे रिसर्च, कार्यक्रम निर्माण और प्रशिक्षण के कार्यों में सक्रिय भूमिका निभा चुके हैं।

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