भारत

तबले के साथ एक लड़की _भारतीय युवा
March 11, 2025
नई इंटर्नशिप योजना: युवाओं की उड़ान या अधूरी पहचान?
भारत की नई इंटर्नशिप योजना एक मजबूत पहल है। लेकिन जागरूकता की कमी, ढीले नियम और स्थायी रोजगार की कमी इसे कमजोर बना सकते हैं।

हालिया समय में रोजगार से जुड़े सरकारी आंकड़ों में गिरावट देखी गयी है। साल 2023-24 में बेरोजगारी दर 10.2 प्रतिशत दर्ज की गयी थी। जब इन आंकड़ों को गहराई से देखा जाता है, तो स्थिति और जटिल नजर आती है। वर्तमान में युवाओं की बड़ी संख्या जो काम कर रही है, उन्हें औपचारिक रोजगार की […]

प्रिया अग्रवाल | 9 मिनट लंबा लेख
घुमंतू समुदाय की एक लड़की_सामाजिक न्याय
March 10, 2025
घुमंतू और विमुक्त जनजाति के युवाओं के लिए सामाजिक न्याय
एनटी-डीएनटी एक्टिविस्ट और अनुभूति संस्था की संस्थापक, दीपा पवार से सुनिए कि सामाजिक न्याय के व्यावहारिक प्रयास कैसे होने चाहिए।

विधि – सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी के पॉडकास्ट द फेमिनिस्ट सिटी के इस एपिसोड में (एंकर) स्नेहा विशाखा अनुभूति ट्रस्ट की संस्थापक-निदेशक दीपा पवार के साथ बातचीत कर रही हैं। यहां वे अलग-अलग तबके से आने वाले शहरी युवा और शहर में लड़कियों और महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों पर बात कर रही हैं। […]

महिला दिवस पर सुनी-सुनाई बातों को दोहराते दो व्यक्तियों का कार्टून चित्र_
March 7, 2025
ये सब तो कहना ही पड़ता है: ‘महिला दिवस’ विशेषांक 
महिलाओं की स्थिति वास्तव में बदले या ना बदले, लेकिन भाषणों की बड़ी-बड़ी बातें कभी नहीं बदलेंगी। सार्वजनिक मंचों पर उन बातों को दोहराना जरूरी है, जिनसे लगे कि सब ठीक चल रहा है।
सरल कोश में फेमिनिज़म की फीचर इमेज_फेमिनिज़म
March 6, 2025
सरल कोश: फेमिनिज़म
फेमिनिज़म का उद्देश्य वंचित समुदायों को सशक्त बनाना और पितृसत्ता को चुनौती देना है।

विकास सेक्टर में तमाम प्रक्रियाओं और घटनाओं को बताने के लिए एक खास तरह की शब्दावली का इस्तेमाल किया जाता है। आपने ऐसे कुछ शब्दों और उनके इस्तेमाल को लेकर असमंजस का सामना भी किया होगा। इसी असमंजस को दूर करने के लिए हम एक ऑडियो सीरीज ‘सरल-कोश’ लेकर आए हैं, जिसमें हम आपके इस्तेमाल […]

'कॉफ़ी विद करण' शो में करण जौहर मज़ाक करते हुए कि ये अच्छा आईडिया नहीं है_वर्कशॉप
February 28, 2025
एक वर्चुअल वर्कशॉप कैसे (न) करें
यह एक सत्य घटना पर आधारित नहीं है!

1टीम से कहें कि मीटिंग के लिए पहले से कोई तैयारी नहीं करनी है। फिर उन्हें अपने 5 वीडियो इंटरव्यू भेजकर कहें कि इसकी बारीकियों पर ध्यान दें। उनसे पूछें कि आप बात करते हुए हाथ कैसे हिलाते हैं, आपने कौन से कपड़े पहने हुए थे और आपने कितनी बार ‘मुझे लगता है..’ वाक्य का […]

देबोजीत दत्ता | 5 मिनट लंबा लेख
फैक्ट्री में काम करता मजदूर_प्रवासी श्रमिक
February 26, 2025
दांव पर ज़िंदगी: अरबों के टेक्सटाइल उद्योग का कड़वा सच
सूरत का भव्य टेक्सटाइल उद्योग भले ही समृद्धि की मिसाल हो, लेकिन इसकी बुनियाद प्रवासी श्रमिकों की बदहाल जीवन परिस्थितियों पर टिकी है।

नरेंद्र* के 15 वर्षीय बेटे का काम पर दूसरा दिन था। हम उसके घर लौटने का इंतज़ार कर रहे थे, जब नरेंद्र एक छोटे से अंधेरे कमरे में दाखिल हुए। “आज रात खाने में बस टमाटर है…2500 रुपए किराया और ऊपर से बिजली का बिल। अब मेरा गरीब बेटा ही मेरा सहारा है। मैं बेकार […]

दिशा डी., सिवा मलिक | 8 मिनट लंबा लेख
इंटरव्यू के दौरान बैठे दो लोग__जमीनी कार्यकर्ता
February 21, 2025
शायर कार्यकर्ता का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू
शायर कार्यकर्ता से आईडीआर की काल्पनिक बातचीत, जिसका वास्तविक घटनाओं से भरपूर मेल है।

दुनिया में हज़ारों काम हैं – कोई कोडिंग कर रहा है, कोई स्टार्ट-अप चला रहा है, तो कोई ट्रैफिक में फंसा सोच रहा है कि उसने एमबीए क्यों किया? और, फिर आते हैं विकास सेक्टर की नाव में सवार पेशेवर। इसलिए हमने बात की एक ऐसे जमीनी कार्यकर्ता से, जो दिनभर फील्ड में दौड़ते हैं, […]

अंधेरे में खड़ी एक महिला_मानसिक स्वास्थ्य
February 19, 2025
मानसिक स्वास्थ्य क्या है और इस पर बात किए जाने की जरूरत क्यों है?
तनाव से लेकर अवसाद तक, सभी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के हल मौजूद हैं लेकिन वे कौन सी सामाजिक और व्यवस्थागत बाधाएं हैं जो इन तक पहुंचने नहीं देती हैं।

मानसिक स्वास्थ्य पर भी उतनी ही गंभीरता और वरीयता से बात करने की जरूरत है जैसे शारीरिक स्वास्थ्य के बारे में की जाती है। इस पर बात न किए जाने की सबसे बड़ी वजह, इससे जुड़ी सामाजिक भ्रांतियां हैं। हमारे यहां अक्सर मानसिक समस्याओं को सीधे ‘पागलपन’ से जोड़कर देखा जाता है। लेकिन असल में, […]

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