हालिया समय में रोजगार से जुड़े सरकारी आंकड़ों में गिरावट देखी गयी है। साल 2023-24 में बेरोजगारी दर 10.2 प्रतिशत दर्ज की गयी थी। जब इन आंकड़ों को गहराई से देखा जाता है, तो स्थिति और जटिल नजर आती है। वर्तमान में युवाओं की बड़ी संख्या जो काम कर रही है, उन्हें औपचारिक रोजगार की […]
विधि – सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी के पॉडकास्ट द फेमिनिस्ट सिटी के इस एपिसोड में (एंकर) स्नेहा विशाखा अनुभूति ट्रस्ट की संस्थापक-निदेशक दीपा पवार के साथ बातचीत कर रही हैं। यहां वे अलग-अलग तबके से आने वाले शहरी युवा और शहर में लड़कियों और महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों पर बात कर रही हैं। […]
विकास सेक्टर में तमाम प्रक्रियाओं और घटनाओं को बताने के लिए एक खास तरह की शब्दावली का इस्तेमाल किया जाता है। आपने ऐसे कुछ शब्दों और उनके इस्तेमाल को लेकर असमंजस का सामना भी किया होगा। इसी असमंजस को दूर करने के लिए हम एक ऑडियो सीरीज ‘सरल-कोश’ लेकर आए हैं, जिसमें हम आपके इस्तेमाल […]
1टीम से कहें कि मीटिंग के लिए पहले से कोई तैयारी नहीं करनी है। फिर उन्हें अपने 5 वीडियो इंटरव्यू भेजकर कहें कि इसकी बारीकियों पर ध्यान दें। उनसे पूछें कि आप बात करते हुए हाथ कैसे हिलाते हैं, आपने कौन से कपड़े पहने हुए थे और आपने कितनी बार ‘मुझे लगता है..’ वाक्य का […]
नरेंद्र* के 15 वर्षीय बेटे का काम पर दूसरा दिन था। हम उसके घर लौटने का इंतज़ार कर रहे थे, जब नरेंद्र एक छोटे से अंधेरे कमरे में दाखिल हुए। “आज रात खाने में बस टमाटर है…2500 रुपए किराया और ऊपर से बिजली का बिल। अब मेरा गरीब बेटा ही मेरा सहारा है। मैं बेकार […]
दुनिया में हज़ारों काम हैं – कोई कोडिंग कर रहा है, कोई स्टार्ट-अप चला रहा है, तो कोई ट्रैफिक में फंसा सोच रहा है कि उसने एमबीए क्यों किया? और, फिर आते हैं विकास सेक्टर की नाव में सवार पेशेवर। इसलिए हमने बात की एक ऐसे जमीनी कार्यकर्ता से, जो दिनभर फील्ड में दौड़ते हैं, […]
मानसिक स्वास्थ्य पर भी उतनी ही गंभीरता और वरीयता से बात करने की जरूरत है जैसे शारीरिक स्वास्थ्य के बारे में की जाती है। इस पर बात न किए जाने की सबसे बड़ी वजह, इससे जुड़ी सामाजिक भ्रांतियां हैं। हमारे यहां अक्सर मानसिक समस्याओं को सीधे ‘पागलपन’ से जोड़कर देखा जाता है। लेकिन असल में, […]