पश्चिम बंगाल

ऊन के धागों से बनाया गया एक पारंपरिक पैटर्न_जलवायु परिवर्तन
September 16, 2024
पानी से जुड़े साझा प्रयासों की दिशा कैसे तय की जा सकती है?
अलग-अलग योग्यता वाले कई हितधारकों का सहयोग कार्यक्रमों को लंबे समय तक प्रभावी बनाएं रखने के लिए जरूरी है। जैसे एचयूएफ ने एक तरह का सहयोगात्मक संघ बनाया है। इसमें भागीदार के तौर पर अंतर्राष्ट्रीय परियोजना ट्रस्ट केंद्र (सीआईपीटी) पंजाब, किसान सहकारी समितियां, पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) के अकादमिक विशेषज्ञ और सरकार सभी शामिल हैं।

वैश्विक क्रेडिट रेटिंग और शोध फर्म, मूडीज ने जून 2024 में, चेतावनी दी थी कि भारत में पानी की बढ़ती कमी उसके आर्थिक विकास के लिए खतरा बन सकती है। हमारे यहां जल संकट से जुड़े कई जोखिम हैं, जो खेती और उद्योग को प्रभावित कर सकते हैं, और इसके सामाजिक परिणाम भी गंभीर हो […]

अनंतिका सिंह, ऋषु गर्ग | 8 मिनट लंबा लेख
मनरेगा योजना के तहत काम करती महिलाएं_मनरेगा
August 7, 2024
मनरेगा में रोजगार बंद होने से पश्चिम बंगाल के ग्रामीण इलाकों पर क्या असर पड़ा है?
मनरेगा योजना के बंद होने से न केवल ग्रामीण स्तर पर लोगों का रोजगार जा रहा है बल्कि उन्हें पलायन के लिए भी मजबूर होना पड़ रहा है।

पश्चिम बंगाल में पिछले ढाई साल से केंद्र सरकार के निर्देशों का पालन न किए जाने के आधार पर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी एक्ट, 2005 (मनरेगा) के तहत कार्य गतिविधियां बंद हैं। लगातार तीन वित्तीय वर्षों से, पश्चिम बंगाल में केंद्र की ओर से आवंटित किया जाने वाला मनरेगा बजट लगातार शून्य है।इसका […]

राहुल सिंह | 7 मिनट लंबा लेख
शिखा मंडी-मीडिया आदिवासी
May 4, 2023
मुख्यधारा के मीडिया से भारत के आदिवासी समुदाय गायब हैं
शिखा मंडी संथाली भाषा में काम करने वाली भारत की पहली रेडियो जॉकी हैं और यहां वे जनजातीय समुदायों के मीडिया प्रतिनिधित्व और उसके असर पर बात कर रही हैं।

मेरा जन्म पश्चिम बंगाल के झारग्राम ज़िले के बेलपहाड़ी नाम के गांव में हुआ था। मैं संथाल समुदाय से आती हूं जो झारखंड, ओड़िशा और पश्चिम बंगाल में बसने वाली एक खानाबदोश जनजाति है। मैं चार साल की उम्र तक अपने माता-पिता और भाई-बहनों के साथ बेलपहाड़ी में रहती थी। उसके बाद मुझे और मेरी […]

शिखा मंडी | 5 मिनट लंबा लेख
एक मछुआरे सरस्वती दास की प्रोफाइल, जो जमीन पर बैठकर मछली छांट रही हैं-मछुआरा समुदाय आजीविका
March 15, 2023
फ़ोटो निबंध: पश्चिम बंगाल के मछुआरे खेती को अपना नया पेशा क्यों बना रहे हैं?
जलवायु परिवर्तन और इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के कारण पश्चिम बंगाल के तटीय इलाक़ों में बसे मछुआरा समुदायों को आजीविका संकट झेलना पड़ रहा है।

पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले के कई तटीय गांवों में मछुआरे बसे हुए हैं। अब इन मछुआरे समुदायों की आजीविका पर संकट मंडरा रहा है। इसका कारण जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाला कटाव और दीघा, ताजपुर, शंकरपुर और मन्दारमनी में समुद्री तटों को जोड़ने जा रही तटीय सड़क वाली सरकार की विकास परियोजनाएं […]

तन्मय भादुड़ी | 8 मिनट लंबा लेख
लाल रंग की टीशर्ट में हाथ में माइक लिए हुए एक लड़की दर्शकों से बात कर रही है। उसके पीछे एक सफ़ेद बोर्ड है। लूसी शर्मा लैंगिक समानता पर कार्यशाला का आयोजन करती है और लोगों को प्रशिक्षण देती है_युवा क्रिकेटर
January 14, 2022
एक युवा क्रिकेटर जो अपने समुदाय को लैंगिक समानता पर पुनिर्विचार करने में मदद करती है
17 वर्षीय एक लड़की के जीवन का एक दिन जो समाज में लिंग समानता पर काम करने को लेकर उतनी ही जुनूनी है जितना कि क्रिकेट खेलने को लेकर।

मेरी उम्र 17 साल है। मैं कोलकाता में अपने माँ-बाप और पाँच भाई-बहनों के साथ रहती हूँ। मेरे पापा बढ़ई हैं और माँ दूसरों के घरों में काम करती हैं। मेरी बड़ी बहन की अब शादी हो चुकी है और उसके बाद की बहन बारहवीं कक्षा में विज्ञान की पढ़ाई कर रही है, और मैं […]

लूसी शर्मा | 5 मिनट लंबा लेख