सुवर्णा सुनील गोखले ज्ञान प्रबोधिनी के स्त्री शक्ति ग्रामीण विभाग की प्रमुख हैं। उन्होंने एमए किया है और उनके पास ग्रामीण महिलाओं के साथ काम करने का तीस से अधिक वर्षों का अनुभव है। सुवर्णा ने महिला स्वयंसेवकों की अपनी टीम के साथ मिलकर एसएचजी आंदोलन के तहत 100 गांवों की 4,000 से अधिक महिलाओं को संगठित किया है। उनके कामकाज में आजीविका के डिजाइन और कार्यान्वयन से जुड़े पहलें, स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर किशोर लड़कियों की अनौपचारिक शिक्षा और, व्यावसायिक शिक्षा और खेल शामिल हैं। सुवर्णा, प्रमुख मराठी अखबारों में महिला सशक्तिकरण पर विस्तार से लिखती रही हैं।