मेरा एक दिन

पहली पंक्ति के कार्यकर्ताओं और पहले उत्तरदाताओं के रोज़मर्रा के जीवन की एक झलक—उनकी भूमिकायें, जिम्मेदारियां, चिंतायें, आशायें और इच्छाएं।

July 17, 2025
संवाद से संरक्षण तक: एक महिला वन रक्षक का सहभागी अनुभव
उदयपुर, राजस्थान की एक महिला फॉरेस्ट गार्ड वन संरक्षण और ग्रामीण महिला सशक्तिकरण की दिशा में काम कर रही हैं, उनके संघर्ष और अनुभवों के बारे में यहां पढ़िए।
संतोष कुंवर भाटी | 5 मिनट लंबा लेख
March 24, 2025
साझेदारी से सफलता बुनती महिला उद्यमियों की कहानी
आशा और सना का उमंग से जुड़ने का सफर अलग-अलग था, लेकिन दोनों में एक बात समान थी - काम के प्रति उनका जुनून और मेहनत का जज्बा।
सना शेख, आशा शिंदे | 2 मिनट लंबा लेख
March 4, 2025
सुनना, समझना, सहारा देना: मानसिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता होने के मायने
उत्तराखंड के देहरादून में स्थित एक सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता की दिनचर्या, जो लोगों के साथ भरोसेमंद रिश्ता बनाकर मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाती हैं।
गीता शाक्या | 6 मिनट लंबा लेख
December 16, 2024
विकलांगता और लैंगिक भेदभाव से लड़कर मैं अपने लोगों की मदद कर रही हूं
बाड़मेर, राजस्थान की एक कार्यकर्ता के जीवन के एक दिन का हाल जिसमें वे मानव अधिकारों से जुड़े अपने निजी और सार्वजनिक संघर्षों पर बात कर रही हैं।
पप्पू कंवर | 6 मिनट लंबा लेख
December 11, 2024
हैरान हूं कि बच्चों के साथ भावनात्मक जुड़ाव ने मुझे कितना बदल दिया है
बच्चों को सामाजिक और भावनात्मक शिक्षा देना उनके साथ शिक्षकों को भी बदल देता है, यही बताता एक शिक्षक का अनुभव।
प्रीति मिश्रा | 5 मिनट लंबा लेख
September 12, 2024
“मेरी एक गलती या देरी लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित कर सकती है”
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ की एक आशा सहयोगिनी के दिन का हाल जो स्वास्थ्य के साथ-साथ शराबबंदी, घरेलू हिंसा, भ्रष्टाचार जैसे तमाम मामलों पर अपनी आवाज बुलंद करने लगी है।
संतोष चारण | 5 मिनट लंबा लेख
May 13, 2024
एक युवा महिला के समाजसेवी संस्था से कॉर्पोरेट तक पहुंचने का सफ़र
समाजसेवी संस्था के साथ काम करने का अनुभव रखने वाली प्रतिभा सिंह अब उत्तर प्रदेश के एक ग्रामीण इलाक़े में बतौर सेल्स एग्जीक्यूटिव काम करती हैं, उनके एक दिन का हाल।
प्रतिभा सिंह | 6 मिनट लंबा लेख
January 29, 2024
मेरे पिछले जीवन में याद करने जैसा कुछ नहीं है
तमिलनाडु के एक पूर्व बंधुआ श्रमिक जो अब एक सामुदायिक नेता हैं, अपने एक दिन का हाल बताते हुए समुदाय की स्थिति बेहतर बनाने के प्रयासों का ज़िक्र कर रहे हैं।
मुनियप्पन | 5 मिनट लंबा लेख
January 25, 2024
ई-मित्र अपनी ज़िम्मेदारियां ठीक से निभाकर लोगों को सशक्त बना सकते हैं
राजस्थान के एक ई-मित्र कार्यकर्ता के जीवन का एक दिन कैसे बीतता है जब वह डिजिटल माध्यमों से सरकारी योजनाओं और ऑनलाइन सेवाओं की जानकारी देकर लोगों की मदद करता है।
चतर सिंह | 8 मिनट लंबा लेख
June 29, 2023
अलवर की एक महिला जो नई बहुओं को पितृसत्ता से लड़ने के हथियार देती है
क्यों नवविवाहित महिलाओं के लिए शारीरिक, आर्थिक और मानसिक हिंसा को पहचानना जरूरी है।
राज बाला वर्मा | 6 मिनट लंबा लेख
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