November 8, 2024

ऑफिस का लंच ब्रेक = 10% खाना + 90% गप्पें! 

कहते हैं हर लंच ब्रेक में एक ना एक राज जरूर निकलता है, वो भी टिफिन से नहीं बल्कि किसी के मुंह से!
3 मिनट लंबा लेख

1. टीम मीटिंग में फंडिंग अपडेट को लेकर मैनेजर के सवाल पूछने के लिए कहने पर खामोश रह जाने वाली टीम, लंच ब्रेक में:

बात करते हुए दो लोग_लंच ब्रेक

2. टीम जो प्रोजेक्ट पर चर्चा करने के लिए समय मांगे जाने पर बहुत व्यस्त होती है लेकिन इसका 30 मिनट का लंच ब्रेक एक घंटे चलता है:

ऑफिस में बात करते हुए कुछ कर्मचारी_लंच ब्रेक

3. नए आइडिया पर काम करने के लिए राय पूछे जाने पर सिर्फ अपना पीछा छुड़ाने के लिए ढेर सारी तारीफ कर देने वाली टीम के असली इरादे:

ऑफिस में बातचीत करते हुए तीन लोग_लंच ब्रेक

4. नए साथी के आने पर पहले दिन शालीनता से मुस्कुराते हुए परिचय देने वाली टीम लंच ब्रेक में:

फेसबुक बैनर_आईडीआर हिन्दी
परेशान होता हुआ एक कर्मचारी_लंच ब्रेक

5. छुट्टी पर गया साथी काम का अपडेट ले ना ले, लंच टाइम की गॉसिप का ज़रूर लेता है:

प्रजेंटेशन देता हुआ एक कर्मचारी_लंच ब्रेक

6. दिनभर पूरी टीम के साथ सख्ती से रहने वाला मैनेजर भी जब लंच ब्रेक में टीम सदस्यों के साथ गप्पें मारे और टीम उसके ही मजे ले ले:

ऑफिस में गप्पें करते दो लोग_लंच ब्रेक

लेखक के बारे में
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जूही मिश्रा

जूही मिश्रा आईडीआर में एडिटोरिएल एसोसिएट हैं। उन्हें पत्रकारिता का 14 साल का अनुभव है और उन्होंने पत्रिका, टाइम्स ऑफ इंडिया, रोर मीडिया, दूता टेक्नोलॉजी और ग्राम वाणी के साथ काम किया है। जूही ने विकास संवाद संस्था से फेलोशिप पूरी की है, जहाँ उन्होंने बसोर समुदाय में खाद्य प्रणालियों और कुपोषण के कारणों पर शोध किया।

सलोनी सिसोदिया-Image
सलोनी सिसोदिया

सलोनी सिसोदिया आईडीआर में मल्टीमीडिया एनालिस्ट हैं। इससे पहले उन्होंने फेमिनिज़म इन इंडिया के साथ सीनियर डिजिटल एडिटर के रूप में भी काम किया है तथा जेंडर, कल्चर, समाज और सिनेमा जैसे विषयों पर मुख्य तौर पर अनुभव रखती हैं। सलोनी ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में अपनी पढ़ाई की है। वह फोटो निबंध, फोटोग्राफी और ट्रेवल करने में ख़ास रूचि रखती हैं।

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