विकास सेक्टर में अक्सर तमाम प्रक्रियाओं और घटनाओं के वर्णन के लिए एक खास तरह की शब्दावली का इस्तेमाल किया जाता है। आपने भी ऐसे कुछ शब्दों और उनके इस्तेमाल को लेकर असमंजस का सामना किया होगा। इसी असमंजस को दूर करने के लिए हम एक ऑडियो सीरीज ‘सरल–कोश’ लेकर आए हैं, जिसमें हम रोज़ाना इस्तेमाल में आने वाले कुछ महत्वपूर्ण शब्दों पर बात करने वाले हैं।
सरल-कोश में इस बार का शब्द है ‘एडवोकेसी’।
‘एडवोकेसी’ अंग्रेज़ी का शब्द है, जिसे हिंदी में ‘वकालत’ या ‘पैरवी’ के रूप में भी जाना जाता है। हालांकि, रोजमर्रा की भाषा में अधिकतर लोग इसे एडवोकेसी ही कहते हैं।
विकास सेक्टर में कई बार लोग एडवोकेसी को सिर्फ़ आंदोलन, धरना या नारे लगाने तक ही सीमित समझते हैं। लेकिन ये केवल इसके कुछ तरीके हैं। एडवोकेसी का दायरा आंदोलन से कहीं ज़्यादा बड़ा और व्यापक होता है।
एडवोकेसी शांत तरीके से भी की जा सकती है। उदाहरण के लिए, सरकार को ज्ञापन देना, मीडिया में किसी मुद्दे को उठाना, आंकड़े जुटाना इत्यादि। हालांकि एडवोकेसी का एक पहलू यह भी है कि कुछ लोग इसे राजनीति करने, दिखावे, या केवल छवि चमकाने का माध्यम भी मानते हैं। संस्थायें आमतौर पर इन तरीकों का इस्तेमाल नीति में बदलाव व सामाजिक जागरूकता के लिए ज्यादा करती हैं।
अगर आप इस सीरीज़ में किसी अन्य शब्द को और सरलता से समझना चाहते हैं तो हमारे यूट्यूब के कॉमेंट बॉक्स में जरूर लिखें।
—
गोपनीयता बनाए रखने के लिए आपके ईमेल का पता सार्वजनिक नहीं किया जाएगा। आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *