चार पन्नों की फोटोकॉपी से शुरू हुआ ‘जुगनू’ अखबार आज 36 पेज की एक मैगजीन बन गया है। इसे बिहार के रेड लाइट एरिया में जन्मीं नसीमा खातून ने देश के अलग-अलग राज्यों के रेड लाइट एरिया में जन्मे बच्चों की मदद से बनाना शुरू किया था। सुनिए, मुजफ्फरपुर के चतुर्भुज इलाके में रहने वाली नसीमा खातून से कि उन्होंने क्यों जुगनू की शुरुआत की? जानिए इसमें रेडलाइट इलाके में जन्मे बच्चे किस तरह की कहानियां लिखते हैं? और, यह मैगजीन इस इलाके के बच्चों के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
यह वीडियो मूलरूप से यूट्यूब के शेड्स ऑफ रूरल इंडिया पर प्रकाशित हुआ था।
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