ऋषु गर्ग

ऋषु गर्ग-Image

ऋषु गर्ग पिछले 20 सालों से विकास और पर्यावरण विशेषज्ञ के तौर पर काम कर रहे हैं। उन्होंने मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड में समुदायों और स्थानीय सरकारों के साथ प्राकृतिक संसाधन और आजीविका प्रबंधन पर काम किया है।




ऋषु गर्ग के लेख


कुछ लोग एक साथ_पारंपरिक तालाब

March 3, 2025
फोटो निबंध: समय के साथ बहे जलाशय, अब संवारने की बारी
बुंदेलखंड में गणतंत्र दिवस की थीम ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ को सदियों पुराने पारंपरिक जलाशयों के पुनरोद्धार के माध्यम से साकार किया जा रहा है।
समूह में बैठी महिला किसान_जल सुरक्षा

December 3, 2024
पंचायती राज संस्थान जल सुरक्षा को तेजी से सुनिश्चित कर सकते हैं
जल प्रबंधन के स्थायी समाधानों की योजना बनाने और उन्हें सबसे उपयुक्त तरीके से ज़मीन पर लागू करने में स्थानीय सरकारें सबसे कारगर हो सकती हैं।
ऊन के धागों से बनाया गया एक पारंपरिक पैटर्न_जलवायु परिवर्तन

September 16, 2024
पानी से जुड़े साझा प्रयासों की दिशा कैसे तय की जा सकती है?
अलग-अलग योग्यता वाले कई हितधारकों का सहयोग कार्यक्रमों को लंबे समय तक प्रभावी बनाएं रखने के लिए जरूरी है। जैसे एचयूएफ ने एक तरह का सहयोगात्मक संघ बनाया है। इसमें भागीदार के तौर पर अंतर्राष्ट्रीय परियोजना ट्रस्ट केंद्र (सीआईपीटी) पंजाब, किसान सहकारी समितियां, पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) के अकादमिक विशेषज्ञ और सरकार सभी शामिल हैं।