नलिनी शेखर हसीरु डाला की सह-संस्थापक हैं, जो कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में 26,000 से अधिक कचरा बीनने वाले परिवारों को सहयोग देने वाला एक संगठन है। वह असंगठित कचरा श्रमिकों को विकेंद्रीकृत, टिकाऊ कचरा प्रणालियों में शामिल करने और उन्हें सामाजिक सुरक्षा तक पहुंच दिलाने की पक्षधर हैं। नलिनी ने अमेरिका में लिंग आधारित हिंसा और मानव तस्करी के विरोध में भी काम किया है। उन्होंने नागरिक अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया है और सह-लेखक के रूप में कई प्रकाशनों में भाग लिया है। उन्हें कई सम्मान मिले हैं, जिनमें अशोका फैलोशिप और बीबीसी की 100 महिलाओं की सूची में स्थान शामिल है।