बर्ण बैभब पंडा, 27 वर्षों से अधिक का अनुभव रखने वाले डेवलपमेंट प्रोफेशनल हैं। उन्होंने प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, ग्रामीण स्थानीय स्वशासन और ग्रामीण आजीविका के क्षेत्र में विस्तृत काम किया है। पांडा, पूर्व और मध्य भारत के राज्यों में अनगिनत कार्यान्वयन और शोध कार्यक्रमों का प्रबंधन करते रहे हैं। बीते दस सालों से वे नीति निर्माण से जुड़े काम भी कर रहे हैं। पांडा का काम कई जगहों पर प्रकाशित हो चुका है। इसमें उत्तर-पूर्व के वन निवासियों की आजीविका के अवसरों की पहचान पर सेंटर ऑफ इकनॉमिक एंड सोशल स्टडीज़, हैदराबाद द्वारा प्रकाशित मोनोग्राफ भी शामिल है।