अमित बसोल अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर हैं। इसके अतिरिक्त वे सेंटर फ़ॉर सस्टेनेबल एम्प्लॉयमेंट के प्रमुख भी हैं। उनका शोध रोजगार, गरीबी, असमानता और संरचनात्मक परिवर्तन पर केंद्रित है।
एक अध्ययन के मुताबिक़ मनरेगा ने कोविड-19 के दौरान गांवों में रोज़गार की स्थिति को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है लेकिन इसका बजट और जवाबदेही बढ़ाने की ज़रूरत है।