उस दिन, एक फ़ोन आया…
फिर, शुरू हुआ… सफ़ाई अभियान!
![शौचालय की सफाई करते शिक्षक_स्कूल](https://hindi.idronline.org/wp-content/uploads/2024/06/IDR-2-v2.jpg)
और, बच्चों को पहली बार सब साफ-सुथरा दिखाई दिया।
![साफ शौचालय को देखते शिक्षक और बच्चे_स्कूल](https://hindi.idronline.org/wp-content/uploads/2024/06/IDR-3-v2.jpg)
तभी, किसी ने आकर बताया कि…
![एक महिला शिक्षक सूचना देती हुई_स्कूल](https://hindi.idronline.org/wp-content/uploads/2024/06/4.jpg)
इस पर, बच्चों ने कहा –
![मुस्कुराते हुए बच्चे_स्कूल](https://hindi.idronline.org/wp-content/uploads/2024/06/5.jpg)
उदय शंकर, सेंटर फ़ॉर पॉलिसी रिसर्च संस्था से जुड़े हैं और हल्का-फुल्का का यह अंक उनके एक अनुभव पर आधारित है। अगर आपके पास भी विकास सेक्टर से जुड़ा ऐसा कोई दिलचस्प और मज़ेदार क़िस्सा है तो हमें [email protected] पर लिख भेजें।
गोपनीयता बनाए रखने के लिए आपके ईमेल का पता सार्वजनिक नहीं किया जाएगा। आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *