सहर रहेजा एक शोधकर्ता हैं और 2018 से मंथन अध्ययन केंद्र के साथ काम कर रही हैं। वर्तमान में वह पानी से संबंधित पहलुओं पर ध्यान देने के साथ ही लोगों और पर्यावरण पर कोयला आधारित बिजली उत्पादन के प्रभावों का अध्ययन कर रही हैं।