समीत पांडा लिबटेक इंडिया के कोलैबोरेटिव रिसर्च और डिसेमिनेशन विभाग से जुड़े हैं। उन्हें भोजन का अधिकार, डिजिटल सामाजिक कल्याण योजनाओं और सार्वजनिक जवाबदेही के क्षेत्र में काम करने का 15 से अधिक वर्षों का अनुभव है। समीत नियमित रूप से अंग्रेजी और ओड़िया में लिखते रहते हैं और उनके लेख इकनॉमिक एंड पॉलिटिकल वीकली के साथ-साथ द वायर, स्क्रोल, डाउन टू अर्थ, द इंडियन एक्सप्रेस, धरित्री और द समदृष्टि पर प्रकाशित हो चुके हैं। उनका शोध और काम, वेलफेयर योजनाओं तक समान पहुंच सुनिश्चित करने और जमीनी स्तर पर जवाबदेही मजबूत करने पर केंद्रित रहा है।