गुफरान वर्तमान में इंडियन इंस्टीट्यूट फॉर ह्यूमन सेटलमेंट्स (आईआईएचएस) के अर्बन फेलो प्रोग्राम में हैं। उनका शोध प्रवासी श्रमिकों के नरेटिव पर केंद्रित है, जिसमें उनके कामकाजी और आवासीय स्थितियों के अंतरसंबंधों पर विशेष ध्यान दिया गया है। इससे पहले, वे आजीविका ब्यूरो के साथ भी काम कर चुके हैं।