ओडिशा

सामुदायिक किचन में खाना बनाती महिला_आदिवासी खाना
March 27, 2023
चार जनजातियां, चार व्यंजन और परंपरागत खानपान पर ज्ञान की चार बातें
चार जनजातियों के रसोइये अपने व्यंजनों के साथ अपनी खाद्य संस्कृति पर आए खतरों पर चर्चा कर रहे हैं क्योंकि जंगलों के खत्म होने के साथ उनके समुदाय आजीविका के लिए संघर्ष करते हुए शहरों का रुख करने लगे हैं।

भारत के तमाम समुदायों में, लगभग 6,000 क़िस्मों के चावल, 500 से अधिक तरह के अनाज और सैकड़ों प्रकार की सब्ज़ियां और जड़ी-बूटियां उगाई और खपत की जाती हैं। इतना ही नहीं। देसी खाने के स्वाद में लगातार हो रही यह बढ़त यहां के लोगों की विविध और समय के साथ बदल रही खाने पकाने की […]

देबोजीत दत्ता | 8 मिनट लंबा लेख
रीना सेठी कारख़ाने में एक पत्तल पकड़े हुई-पर्यावरण हितैषी
June 29, 2022
स्थाई उत्पाद एवं आजीविका निर्माण 
एक स्वयं सहायता समूह सदस्य और लीफ़ क्रशिंग मशीन ऑपरेटर बताती है कि कैसे उसकी पहली औपचारिक नौकरी से वह आत्मनिर्भर हुई और उसने अपने परिवार की आर्थिक मदद की।

मेरा नाम रीना सेठी है। मैं ओड़िशा के ख़ोरधा ज़िले के पंचगाँव में अपने पति, सास-ससुर और तीन बच्चों के साथ रहती हूँ। मैं इंडसट्री फ़ाउंडेशन के मैनुफ़ैक्चरिंग इकाई के लीफ़-प्रेसिंग विभाग में काम करती हूँ। हम लोग साल के पेड़ की पत्तियों और सीयालि नाम से जानी जाने वाली लताओं से प्लेट और कटोरियाँ […]

रीना सेठी | 7 मिनट लंबा लेख
निरुपमा अपनी टीम के साथ काम करती हुई_शिल्पकार ओड़िशा
May 18, 2022
ओडिशा की एक शिल्पकार ने गढ़ी अपनी ही कहानी
ओड़िशा की एक शिल्पकार जो अपनी कहानी बता रही है कि कैसे उसने महिला शिल्पकारों के साथ मिलकर अपनी एक विश्वसनीय पहचान बनाई और समुदाय विकसित किया।

मेरा नाम निरुपमा जना है। मैं ओडिशा के बालासोर ज़िले में पड़ने वाले बलियापल गाँव की रहने वाली हूँ। मेरे माता-पिता भी शिल्पकार ही थे। उन्होंने स्थानीय हस्तशिल्प और शिल्पकारों को सहायता देने वाले एक सामाजिक उद्यम कदम हाट से प्रशिक्षण लिया था और उनके लिए टोकरियाँ बनाते थे। मैं और मेरा भाई अक्सर अपने […]

निरुपमा जना | 5 मिनट लंबा लेख
लक्ष्मीप्रिया साहू, उड़ीसा की एक कृषि मित्र जिसने जैविक तरीक़ों से धान की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए अपनी ज़मीन पर एक नमूना तैयार किया है और उस पर काम कर रही है_जैविक खेती उड़ीसा
January 20, 2022
“ज्यादा रासायनिक खाद मतलब ज्यादा बीमारियाँ”
उड़ीसा के नयागढ़ में जैविक खेती और टिकाऊ कृषि को बढ़ावा देने के लिए किसानों के साथ काम करने वाले कृषि मित्र के जीवन का एक दिन।

मेरा नाम लक्ष्मीप्रिय साहू है और पिछले तीन वर्षों से मैं उड़ीसा के नयागढ़ जिले के रानकडेउली गाँव में एक कृषि मित्र के रूप में काम कर रही हूँ। मेरी मुख्य भूमिका इस क्षेत्र के किसानों के साथ मिलकर जैविक खेती को बढ़ावा देना है। मैंने फ़ाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सेक्यूरिटी (एफ़ईएस) के सहयोग से आयोजित […]

लक्ष्मीप्रिया साहू | 5 मिनट लंबा लेख